ट्रेडिंग में यूज होने वाले 10 word /online trading मे यूज word
ट्रेडिंग में अधिकतर यूज होने वाली महत्वपूर्ण शब्दावली :-
ट्रेडिंग मे कुछ महत्वपूर्ण शब्दावलीओं का यूज किया जाता है जिनको जाने बिना ट्रेडिंग करना बहुत ही मुश्किल है या कहें घाटे का सौदा है जो निम्न प्रकार है
ट्रेडर :-
जो व्यक्ति सौदा डालता है या करेंसी की खरीद-फरोख्त करता है उसको ट्रेडिंग की दुनिया या मार्केट की भाषा में ट्रेडर बोला जाता हैI
बिड प्राइस (Bid Price) :-
जिस रेट (Price)पर cryptocurrency खरीदने वाला व्यक्ति या trader, cryptocurrency खरीदने की सोचता है उसे Bid प्राइस बोला जाता हैl
अश्क प्राइस (Ask Price) :-
जिस भाव (Price) पर cryptocurrency बेचने बाला या ट्रेडर, क्रिप्टो करेंसी बेचने की सोचता है उसे मार्केट में ask प्राइस बोला जाता है
क्रिप्टोकर्रेंसी एक्सचेंज(crypto currency exchange) :-
जिस जगह पर क्रिप्टो करेंसी खरीदी और बेची जाती है उस जगह को क्रिप्टो एक्सचेंज बोला जाता है यह खरीद-फरोख्त वर्चुअल तरीके से होता है और ईमानदारी पूर्वक इसको किया जाता है जिसमें बेईमानी की कोई गुंजाइश नहीं होती है जब तक कि ट्रेडिंग एक्सचेंज इसमें लिप्त ना होl
डे ट्रेडिंग (Day trading) :-
जब ट्रेडर किसी ट्रेड को दिन में ओपन करता है और उसी दिन ट्रेड को क्लोज कर देता हैl इस पूरी प्रक्रिया को डे- ट्रेडिंग कहते हैंl
ओपन ट्रेड (Open Trade) :-
जब ट्रेडर्स किसी क्रिप्टो करेंसी को खरीदना चाहता है या सौदा डालना चाहता है और बह सौदा पूरा हो जाता है तो इस प्रक्रिया को ट्रेड ओपन करना बोलते हैंl
क्लोज ट्रेड (Close Trade) :-
जब कोई व्यक्ति या trader, किसी क्रिप्टोकरंसी को बेचने का सौदा डालता है और जब वह सौदा पूरा हो जाता है तो इस प्रक्रिया को (close trade ) या trade close करना बोलते हैं l
साइनअप (sign up) :-
जब हम किसी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर अपना वर्चुअल खाता खोलने के लिए अप्लाई करते हैं और अपना नाम, ईमेल, पासवर्ड डालते तो जो प्रक्रिया करते है तो इस पूरी प्रक्रिया को साइन अप करना बोलते है l
साइन इन ( Sign in):-
किसी एक्सचेंज पर आपका पहले से खाता खुला हो और खाता खोलते समय जो email और पासवर्ड use किया गया हो तो उस ईमेल और पासवर्ड का उपयोग करके जब हम अपना खाता खोलते हैं तो उस प्रक्रिया को साइन इन बोलते हैंl
मदर करेंसी :-
क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में सबसे पहली बनने वाली क्रिप्टो करेंसी को मदर करेंसी कहा जाता है बिटकॉइन को मदर करेंसी के नाम से जाना जाता है क्योंकि सर्वप्रथम बिटकॉइन का ही आविष्कार किया गया था या सर्वप्रथम बिटकॉइन को ही जनरेट किया गया था l
अल्टकॉइन (Alt Coin) :-
Bitcoin के बाद बनी या चलन मे आने बाली crypto currency को alt coin वोला जाता है
या
बिटकॉइन को छोड़कर क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में जितनी क्रिप्टोकरंसी हैं उन सभी को अल्टकॉइन के नाम से जाना जाता है l या उन्हे alt coin बोला है
टोकन (Token) :- जिन crypto currency की संख्या फिक्स होती है या जिनकी माइनिंग नहीं होती है या जिनको बनाया नही जा सकता है जो पहले से एक बार मे ही बनती है उन्हे token कहा जाता हैl
क्रिप्टो क्वाइन (Crypto coin) :-
जिन क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग की जा सकती हो या जिनको बनाया जा सकता हो उसे क्रिप्टो क्वाइंन कहा जाता है l
माइनिंग :-
क्रिप्टो करेंसी को जनरेट करने की क्रिया को माइनिंग कहा जाता हैl
माइनिंग रिंग:- क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए जिन हार्डवेयर का यूज किया जाता है उसमें लगभग 3 से 5 हार्डवेयर का एक सेट लकड़ी या लोहे या एलुमिनियम या अन्य किसी धातु या अन्य किसी भी बस्तु के द्वारा जो ढांचे या खाका बनाया जाता है और फिर उसमे software (2 से 5 सॉफ्टवेयर) का सेट रखा जाता है तो इस सेट को ही माइनिंग रिंग कहा जाता हैl
आई.सी.ओ ( I.C.O):-
जब कोई कंपनी या कोई व्यक्ति जब कोई नया नया प्रोजेक्ट लेकर आता या आती है तो कंपनी, अपना प्रचार और प्रसार करने के लिए कुछ क्रिप्टोकरंसी या कॉइन सस्ते दामों मे लोगो को ऑफर करती है जिससे उसकी मार्केटिंग हो जाए तो इस पूरी प्रक्रिया को इनिशियल कॉइन ऑफरिंग(I.C.O)कहते है
टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) :-
यह एक प्रकार की साइकोलोजी या अवधारणा है जिस पर क्रिप्टोकरेन्सी मार्केट, share market, फोरेक्स मार्केट या अन्य कोई online मार्केट वर्क करता है या उन नियमो को मार्केट फॉलो करता है और एक प्राइस रेंज (range) तय करता है तो इस पूरी प्रक्रिया को जिसके द्वारा प्राइस की रेंज को तय किया जाता है इसको Technical Analysis कहते हैl
साइकोलॉजी को पढ़ने और समझने के लिए जापान के रहने वाले एक्स ने कुछ पैटर्न को डिजाइन किया है वह निम्नलिखित है चार्ट पेटर्न और कैंडल स्टिक पेटर्न जिनका आध्ययन करके हम प्राइस रेंज को समझ सकते है